Mera Ration Niyam – जैसा कि आप सभी को पता ही होगा कि राशन कार्ड का इस्तेमाल किसी भी सरकारी योजना में आवेदन करने के लिए किया जा सकता था इसके अलावा या प्रमाण पत्र या निवास प्रमाण पत्र के तौर पर भी इस्तेमाल में आ जाता था लेकिन आप सरकार ने नए नियम निकाले हैं जिसके अनुसार पहचान या निवास प्रमाण पत्र के तौर पर अब से राशन कार्ड को नहीं उपयोग किया जा सकता है।
आखिर यह नियम किसके लिए निकल गए हैं और ऐसा क्यों किया गया है इसके बारे में डिटेल से जानकारी जानने के लिए इस आर्टिकल को अंदर तक पढ़े इसके अलावा सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ पाने के लिए इस https://kisansammannidhi.in/ लिंक पर क्लिक करें।
नागरिक आपूर्ति निदेशक ने जारी किया निर्देश
खबरों के मुताबिक सरकारी विभागों द्वारा निवास प्रमाण पत्र जारी करने के लिए सभी लोगों से राशन कार्ड की फोटोकॉपी की मांग की जा रही थी और इस बात का संज्ञान में आने के बाद राज्य ने हस्तक्षेप करते हुए कहा है कि राशन कार्ड केवल खाद्यान्न खरीदने के लिए है। इसलिए राशन कार्ड का इस्तेमाल पहचान या निवास के प्रमाण के रूप में बिल्कुल नहीं होना चाहिए।
पंडजी गोवा के नागरिक आपूर्ति निदेशक जयंत तारीख जी ने एक परिपत्र जारी कर सरकारी विभागों, निर्गमन और अन्य सरकारी निकायों को निवास के प्रमाण के तौर पर राशन कार्ड की मांग बंद करने का निर्देश जारी कर दिया है इसके बाद से हर तरफ यही खबर छाई हुई है कि अब से राशन कार्ड का इस्तेमाल पहचान के तौर पर नहीं किया जा सकेगा।
सरकारी योजनाओं में भी राशन कार्ड नहीं मांगने का निर्देश
नागरिक आपूर्ति निदेशक नए भागों और निगमन को सरकारी योजनाएं और अन्य सार्वजनिक सेवाओं का लाभ उठाने के लिए राशन कार्ड का प्रमाण पत्र के तौर पर स्वीकार करने का प्रावधान हटाने के लिए निर्देश दिया गया है और सरकार ने जून 2015 में इसी तरह की अधिसूचना भी जारी की थी लेकिन कई विभाग कभी भी विभिन्न प्रकार के सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए राशन कार्ड का पहचान प्रमाण पत्र के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए जोर दे रहे हैं।
ग्रीन राशन कार्ड जारी करने का किया गया था वादा
खबरों के मुताबिक जिन परिवारों की वार्षिक आय ₹500000 से अधिक थी उन्हें अपने राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए भी एक नियम निकाला गया था जैसे गोवा के बहुत सारे निवासी असमंजस में पड़ गए क्योंकि यह सरकारी विभाग आज भी निवास के प्रमाण के रूप में दिखाने पर जोर देते रहे हैं।
सन 2023 के पहले बजट भाषण में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत जी ने उन परिवारों को ग्रीन राशन कार्ड जारी करने का वादा किया था जो परिवार दस्तावेज के रूप में अपने राशन कार्ड का इस्तेमाल करते हैं।